Meera ke pad class 10
मीराबाई (1498-1547) सोलहवीं शताब्दी की एक कृष्ण भक्त और कवयित्री थीं। मीरा बाई ने कृष्ण भक्ति के स्फुट पदों की रचना की है।. मीराबाई को उनके देवर विक्रमादित्य ने मारने के लिए जहर का प्याला भेजा था जिसका उन पर कोई असर नहीं हुआ था. Mirabai ka sangeet mein yogdan
मीरा बाई एक मध्यकालीन हिन्दू आध्यात्मिक कवियित्री और कृष्ण भक्त थीं। वे भक्ति आन्दोलन के सबसे लोकप्रिय भक्ति-संतों में एक थीं। भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित उनके भजन आज भी उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय हैं और श्रद्धा के साथ गाये जाते हैं। मीरा का जन्म राजस्थान के एक राजघराने में हुआ था। मीरा बाई के जीवन के बारे में तमाम पौराणिक कथाएँ और किवदंतियां प.
Mirabai poems analysis
भक्तिमती मीराबाई (Meerabai) भगवान कृष्ण की सबसे बड़ी भक्त मानी जाती हैं ।. वह बचपन से ही बहुत नटखट और चंचल स्वभाव की थी। उनके पिता की तरह वह बचपन से ही कृष्ण भक्ति में लग गई। राज परिवार में जन्म लेने वाली Meerabai का विवाह मेवाड़ राजवंश में हुआ। विवाह के कुछ समय पश्चात ही इनके पति का देहांत हो गया ।.
Publisher: Bharatiya Vidya Mandir, Kolkata ; Author: ब्रजेंद्र कुमार सिंहल (Brajendra Kumar Sinhal) ; Language: Hindi ; Edition: 2012 ; ISBN: 9788189302412. मीराबाई (1498-1547) सोलहवीं शताब्दी की एक कृष्ण भक्त और कवयित्री थीं। मीरा बाई ने कृष्ण भक्ति के स्फुट पदों की रचना की है।. मीराबाई को उनके देवर विक्रमादित्य ने मारने के लिए जहर का प्याला भेजा था जिसका उन पर कोई असर नहीं हुआ था.
Item Code: UAA804. मीरा बाई एक मध्यकालीन हिन्दू आध्यात्मिक कवियित्री और कृष्ण भक्त थीं। वे भक्ति आन्दोलन के सबसे लोकप्रिय भक्ति-संतों में एक थीं। भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित उनके भजन आज भी उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय हैं और श्रद्धा के साथ गाये जाते हैं। मीरा का जन्म राजस्थान के एक राजघराने में हुआ था। मीरा बाई के जीवन के बारे में तमाम पौराणिक कथाएँ और किवदंतियां प.
She is a celebrated Bhakti saint, particularly in the North Indian Hindu tradition. भक्तिमती मीराबाई (Meerabai) भगवान कृष्ण की सबसे बड़ी भक्त मानी जाती हैं ।. वह बचपन से ही बहुत नटखट और चंचल स्वभाव की थी। उनके पिता की तरह वह बचपन से ही कृष्ण भक्ति में लग गई। राज परिवार में जन्म लेने वाली Meerabai का विवाह मेवाड़ राजवंश में हुआ। विवाह के कुछ समय पश्चात ही इनके पति का देहांत हो गया ।.
मीराबाई का जीवन परिचय व इतिहास | Mirabai Biography & History ... मीराबाई (अंग्रेजी: Mirabai; जन्म: 1498 ई., मृत्यु: 1547 ई.) भगवान श्रीकृष्ण की एक महान भक्त थी जिन्हें “राजस्थान की राधा” भी कहा जाता है। मीरा एक अच्छी गायिका, कवि व संत भी थी। उसका जन्म मध्यकालीन राजपूताना (वर्तमान राजस्थान) के मेड़ता शहर के कुड़की ग्राम में हुआ था। मीरा को बचपन से ही भगवान श्री कृष्ण के प्रति मोह हो गया था।.मीराबाई का जीवन परिचय | Mirabai Biography In Hindi मीराबाई ने ब्रजभाषा को अपनाकर अपने गीतों की रचना की। इनके द्वारा प्रयुक्त इस भाषा पर राजस्थानी, गुजराती एवं पंजाबी भाषा की स्पष्ट छाप परिलक्षित होती है। इनकी काव्य-भाषा अत्यन्त मधुर, सरस और प्रभावपूर्ण है। इनके सभी पद गेय हैं। इन्होंने गीतिकाव्य की भावपूर्ण शैली अथवा मुक्तक शैली को अपनाया है। इनकी शैली में हृदय की तन्मयता, लयात्मकता एवं संगीतात्.मीराबाई (Meerabai) का जीवन परिचय और कहानी मीराबाई (Mirabai): श्रीकृष्ण की अनन्य उपासिका थी | अपने प्रियतम श्रीकृष्ण को पाने के लिए अपना राजसी वैभव त्याग दिया था। श्रीकृष्ण को ही अपना पति कहती थी और लोक – लाज खोकर कृष्ण के प्रेम में लीं रहती थी और सोलहवी शताब्दी की एक महान कवयित्री थी।. Who did meera marry
मीराबाई ने ब्रजभाषा को अपनाकर अपने गीतों की रचना की। इनके द्वारा प्रयुक्त इस भाषा पर राजस्थानी, गुजराती एवं पंजाबी भाषा की स्पष्ट छाप परिलक्षित होती है। इनकी काव्य-भाषा अत्यन्त मधुर, सरस और प्रभावपूर्ण है। इनके सभी पद गेय हैं। इन्होंने गीतिकाव्य की भावपूर्ण शैली अथवा मुक्तक शैली को अपनाया है। इनकी शैली में हृदय की तन्मयता, लयात्मकता एवं संगीतात्. Mirabai bhajan
मीराबाई (Mirabai) जन्म 1498 ई., कुड़की ग्राम, मेड़ता, मध्यकालीन राजपूताना (वर्तमान राजस्थान). When was mirabai born
मीराबाई (Mirabai): श्रीकृष्ण की अनन्य उपासिका थी | अपने प्रियतम श्रीकृष्ण को पाने के लिए अपना राजसी वैभव त्याग दिया था। श्रीकृष्ण को ही अपना पति कहती थी और लोक – लाज खोकर कृष्ण के प्रेम में लीं रहती थी और सोलहवी शताब्दी की एक महान कवयित्री थी।.
Mirabai songs
मीराबाई () सोलहवीं शताब्दी की एक कृष्ण भक्त और कवयित्री थीं। मीरा बाई ने कृष्ण भक्ति के स्फुट पदों की रचना की है।. मीराबाई को उनके देवर विक्रमादित्य ने मारने के लिए जहर का प्याला भेजा था जिसका उन पर कोई असर नहीं हुआ था. Meera krishnan family details
मीरा बाई एक मध्यकालीन हिन्दू आध्यात्मिक कवियित्री और कृष्ण भक्त थीं। वे भक्ति आन्दोलन के सबसे लोकप्रिय भक्ति-संतों में एक थीं। भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित उनके भजन आज भी उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय हैं और श्रद्धा के साथ गाये जाते हैं। मीरा का जन्म राजस्थान के एक राजघराने में हुआ था। मीरा बाई के जीवन के बारे में तमाम पौराणिक कथाएँ और किवदंतियां प.